Thursday, February 24, 2011

yeh antar-man mera........ yeh antar-man tera.........

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कुछ कहता है मुझसे ये अंतर मन मेरा , कुछ कहता है तुझसे ये अंतर मन तेरा , इन तनहइयो में ये क्या खोजते हो , इन अंधियारी गलियों में क्यों घूमते हो , कुछ मुझको बतादो कुछ खुद को सुनादो ........ जरा रौशनी में आके कभी खुद को दिखादो , मंजिल ना सही अपने इरादे से ही कभी गुफ्तगू करदो...........................
                                                        -------रितेश रस्तोगी 

1 comments:

  • February 25, 2011 at 9:49 AM

    सबका मन कुछ न कुछ कहता है....आपके मन ने भी कहा...
    http://veenakesur.blogspot.com/
    यहां भी आइए...

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